लेखनी कहानी -08-Mar-2022
देशप्रेम
जिस देश में रहते हों
उसके लिए प्रेम तो होना चाहिए।
जब आए देश पर आंच खून में
उबाल तो होना चाहिए।
मेरी मातृभूमि मेरी मातृभूमि
चिल्लाना ही काफी नहीं
सिंह गर्जना सी दहशत भी
होनी चाहिए।
देश आपका तभी आपका है
जब पड़े जरूरत देश को तो
तन जाएं या मन हर एक
देशवासी कुर्बानी को तैयार
भी होना चाहिए।
ग़र हों सच्चे देशवासी तो
दुश्मन वार करने से पहले
दस बार सोचे की किस
माँ के लाल से पाला पड़ा है
ऐसा खौफ हर एक में
होना चाहिए।
चाहे देश के लिए रक्त की
हर बूंद बह जाए ।
लेकिन देशप्रेम ऐसा हो
के देश के लिए हुआ है
ये सम्मान तो होना चाहिए।
मर भी गए तो क्या हुआ
अमर हुआ लाल ये
सम्मान भी होना काफी है।
देश है तभी आप हैं
आप हैं तभी देश है
ये सबको भान तो
होना चाहिए।
जय हिंद।
Sachin dev
29-Mar-2022 08:05 PM
बहुत खूब
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Deepika
11-Mar-2022 12:06 AM
Good
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Mahesh sharma
10-Mar-2022 11:54 PM
बेहतरीन
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